भारत के टॉप 10 सबसे प्रसिद्ध क्रिकेटर्स की सूची-
- कपिल देव
- सुनील गवास्कर
- सौरव गांगुली
- राहुल द्रविड़
- सचिन तेंदुलकर
- गौतम गंभीर
- वीरेंदर सहवाग
- महेंद्र सिंह धोनी
- विराट कोहली
- रोहित शर्मा
कपिल देव
कपिल देव एक ऐसा नाम है जिसे दुनियाभर में किसी परिचय की आवश्यकता नही है. उनका पूरा नाम कपिलदेव रामलाल निखंज है. कपिल देव भारत के महानतम क्रिकेटर है. उन्हें क्रिकेट जगत में उच्च और सम्मानीय दर्जा प्राप्त है. कपिल देव का जन्म चंडीगढ़ में हुआ था. अपनी पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने प्रसिद्ध कोच देश प्रेम आजाद से क्रिकेट में प्रशिक्षण लिया. 1975 में, उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत हरियाणा टीम के लिए खेल कर की थी. उसके बाद, उन्होंने 1976-77 में कश्मीर के विरुद्ध खेले मैच में 8 विकेट लिए और 36 रन बनाये.
उसी साल उन्होंने बंगाल के खिलाफ 7 विकेट और 20 रन बनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. 1978 में, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के खिलाफ खेला. 1979-80 में, उन्होंने दिल्ली के खिलाफ 193 रन बनाकर हरियाणा को शानदार जीत दिलवाई. यह उनके करियर का पहला शतक था. 1983 में, जब वर्ल्डकप हुआ तो किसी को उम्मीद नही थी की भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी लेकिन टीम में कपिल देव की मौजूदगी ने यह विचार लोगो का बदल दिया. उन्होंने 126 रनों के साथ भारत को वर्ल्डकप में ऐतिहासिक जीत दिलवाई.
कपिल देव को भारतीय क्रिकेट में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए कई सम्मान और पुरुस्कारों जैसे अर्जुन पुरस्कार, पद्म श्री, विज्डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर, विज्डन क्रिकेटर का खिताब, पद्म भूषण, आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम पुरस्कार और सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
सुनील गवास्कर
सुनील गवास्कर भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाजों में से एक थे, उन्हें लिटिल मास्टर के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने बल्लेबाजी से संबंधित क्रिकेट जगत में कई कीर्तिमान स्थापित किये. यह पहले ऐसे बल्लेबाज है जिन्होंने दस हजार से ज्यादा रन बनाये है. उनका जन्म 10 जुलाई 1949 को बोम्बे महाराष्ट्र में हुआ था. सेंट जेवियर्स महाविद्यालय, बॉम्बे से उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की. क्रिकेट की शुरुआत उन्होंने स्कूल के दिनों में ही कर दी थी. 1966 में, उन्होंने रणजी ट्राफी के मैच से डेब्यू किया था.
रणजी मैच में उन्होंने कर्णाटक में खेलते हुए दोहरा शतक लगाया था. उनके बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उन्हें भारतीय टीम में वेस्टइंडीज के दौरे के लिए चुना गया. 15 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 34 शतक लगाये. उन्होंने 125 टेस्ट मैचों में 10, 122 रन बनाये थे वह टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार से अधिक रन बनाने वाले पहले खिलाडी बने. गवास्कर के नाम सबसे अधिक शतक लगाने का भी रिकॉर्ड दर्ज था लेकिनं 20 साल बाद यह रिकॉर्ड महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने तोडा था. उनके द्वारा अपनी डेब्यू पारी में सर्वाधिक 774 रन बनाने का रिकॉर्ड है। टेस्ट क्रिकेट में 100 कैच लेने वाले वह पहले भारतीय क्रिकेटर बने। क्रिकेट जगत में बेहतरीन योगदान देने के लिए उन्हें अर्जुन अवार्ड, भारत सरकार द्वारा ‘पदमभूषण और आईसीसी द्वारा विस्डेन अवार्ड से नवाजा गया.
सौरव गांगुली
सौरव गांगुली क्रिकेट जगत का जाना-पहचाना नाम है. उन्होंने भारतीय क्रिकेट में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है और खुद को एक महान खिलाडी के रूप में खुद को स्थापित किया है. इनका जन्म 8 जुलाई 1972 को कोलकत्ता के रहीस बंगाली परिवार में हुआ था. स्कूल के दौरान ही उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. उन्होंने बंगाल की अंडर 15 टीम के लिए खेलते हुए शतक जमाया था.
रणजी ट्राफी, दीलीप ट्राफी में उनका बेहतरीन प्रदर्शन होने के कारण उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए चुना गया. सौरव गांगुली भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के एक ऐसे सफल कप्तान रहे हैं जिन्होंने 49 टेस्ट मैच में भारत का नेतृत्व किया और उनमें से 21 मैच में टीम को विजयी मिली. सौरव गांगुली ने वन डे मैच में पहले विकेट के लिए सचिन तेंदुलकर के साथ साझेदारी करते हुए सर्वाधिक 26 शतकीय और 44 अर्धशतकीय पारी खेली है. वर्तमान में, वह क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ बंगाल के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त है साथ ही विजडन इंडिया के साथ संपादकीय बोर्ड के अध्यक्ष भी है।
राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ भारतीय क्रिकेट टीम में सबसे बेहतरीन और अनुभवी खिलाडियों में से एक है. उन्होंने क्रिकेट जगत में कई रिकॉर्ड बनाकर खुद को स्थापित किया है. राहुल द्रविड़ ऐसे खिलाडी है जिन्होंने सुनील गवास्कर और सचिन तेंदुलकर के बाद 10 हजार से अधिक रन बनाये है. राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार कहा जाता है.
उनका जन्म 11 जनवरी 1973 को इंदौर में हुआ था. उन्होंने 12 वर्ष की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. उन्होंने शुरुआत में डर-15, अंडर-17 और अंडर-19 के स्तर पर खेला. फरवरी 1991 में, वह महाराष्ट्र में पुणे के खिलाफ रणजी ट्राफी में खेले। उसके बाद उन्होंने क्रिकेट जगत में कई रिकॉर्ड दर्ज किये. उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट करियर में 344 मैचों की 318 पारियों में 10889 रन बनाए हैं. जिसमें उनके 83 अर्धशतक और 12 शतक हैं द्रविड़ का सर्वाधिक एकदिवसीय स्कोर 153 रन है. उन्होंने सौरव गांगुली के साथ मिलकर 318 रन की पार्टनरशिप करी थी जो की एक विश्व रिकॉर्ड है अपने एकदिवसीय करियर में राहुल द्रविड़ 40 बार नॉटआउट रहे हैं. उन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर में 164 मैचों की 286 पारियों में 13288 रन बनाए हैं. जिसमें उनके 63 अर्धशतक और 36 शतक हैं द्रविड़ का सर्वाधिक टेस्ट स्कोर 270 रन है. उन्होंने आईपीएल करियर में 89 मैचों की 82 पारियों में 2174 रन बनाए हैं.
उनके महत्पूर्ण योगदान के लिए उन्हें विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर, अर्जुन पुरस्कार, र गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी, आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर, एनआईडीटीवी इंडियन ऑफ द ईयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर सबसे लोकप्रिय खिलाडियों में से एक है. उन्हें क्रिकेट इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में गिना जाता है. अंतरराष्ट्रीय पर्दापण के साथ उन्होंने बल्लेबाजी में कई कीर्तिमान स्थापित किये साथ ही उन्होंने क्रिकेट में कई रिकॉर्ड अपने नाम किये. यहाँ तक की सचिन तेंदुलकर को ‘क्रिकेट का पिता’ कहा जाता है. इस महान खिलाडी का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ था.
उन्होंने प्रसिद्ध कोच रमाकांत आचरेकर के तहत क्रिकेट का प्रशिक्षण लिया. 14 वर्ष की आयु में उन्होंने मद्रास के एमआरएफ पैस फाउंडेशन में भाग लिया था, ताकि वह तेज गेंदबाज बनने का अभ्यास कर सकें। अपनी कुशलता से वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। साथ ही वह टेस्ट क्रिकेट में 14000 से अधिक रन बनाने वाले वह विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं।
उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय खेल की शुरुआत 1979 में पाकिस्तान के खिलाफ की थी। 2001 में, वह अपनी 259 पारी में 10,000 ओडीआई रन पूरा करने वाले पहले बल्लेबाज बने। 2011 में, उन्होंने भारतीय टीम को वर्ल्ड कप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 2013 में, वह विस्डेन क्रिकेटर्स के अल्मनैक की 150 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए नामित एक अखिल भारतीय टेस्ट वर्ल्ड इलेवन में शामिल एकमात्र भारतीय क्रिकेटर थे। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले वह पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं। नवम्बर 2013 में, सचिन ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
गौतम गंभीर
गौतम गंभीर एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है, जिन्होंने भारत के लिये क्रिकेट के सभी प्रारूप में खेला हैं। वह भारतीय और चार अंतरराष्ट्रीय खिलाडियों में से एक है जिन्होंने टेस्ट मैच में लगातर पाँच शतक मारे है। वे एकमात्र ऐसे भारतीय बल्लेबाज है जिन्होंने लगातार 4 टेस्ट सीरीज में 300 से भी ज्यादा रन बनाए। गौतम गंभीर का जन्म 14 अक्टूबर 1981को नई दिल्ली, भारत में हुआ था. राजू टंडन और दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अकादमी से संजय भारद्वाज के अंडर इन्होने क्रिकेट में प्रशिक्षण लिया और 2000 में बैंगलोर में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के लिए चुना गया था। उन्होंने अपने एकदिवसीय क्रिकेट की शुरुवात सन 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ की थी और अगले ही साल उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। 2010 से 2011 के बीच उन्होंने भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम की 6 मैचों में कप्तानी भी की है, उनकी कप्तानी में भारत वो 6 के 6 मैच जीता भी था। उन्होंने 2007 वर्ल्ड टी20 और 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
गौतम गंभीर का दिल्ली डेयरडेविल्स फ्रेंचाइजी ने इंडियन प्रीमियर लीग की पहली खिलाड़ी नीलामी में 725000 अमेरिकी डॉलर की कीमत के लिए एक साल का चयन किया। उन्होंने 14 मैचों में 534 रनों के साथ उद्घाटन सीजन का दूसरा सबसे ज्यादा रन-स्कोरर बनाया। आईपीएल सीज़न 2010 के लिए उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान के पद पर पदोन्नत किया गया था। अप्रैल 2018 तक, वह ट्वेंटी- 20 अंतर्राष्ट्रीय में भारत के लिए छठा सबसे अधिक रन बनाने वाला खिलाड़ी थे। 2008 में, उन्होंने भारत के राष्ट्रपति द्वारा अर्जुन पुरस्कार, भारत का दूसरा सर्वोच्च खेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। 2009 में, वह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक रैंक वाले बल्लेबाज थे। 2019 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत के चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
वीरेंदर सहवाग
वीरेंदर सहवाग भारत के दिग्गज क्रिकेट खिलाडियों में से एक है जिन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से क्रिकेट जगत में खुद को स्थापित किया. उन्हें ‘वीरू’ के नाम से भी जाना जाता है. वीरेंदर सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को हरियाणा में हुआ था.
अपनी पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने क्रिकेट में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और बेहतरीन खिलाडियों की सूचि में अपना नाम दर्ज किया. ऐसा कहा जाता है की वह भारत के ऐसे बल्लेबाज़ है जिससे दुनिया का हर गेंदबाज खौफ खाता है”. 1997-1998 मे, उन्होंने दिल्ली क्रिकेट में शामिल होकर अपने करियर की शुरुवात की. इसके बाद उनका चयन अंडर-19 टीम में किया गया, जोकि साऊथ अफ़्रीका के खिलाफ खेला गया. 1999 मे इनका पहला बड़ा मैच था जोकि पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया था.
इसमे यह एक रन बना कर आउट हो गये थे. 2001 मे श्रीलंका मे अपनी सफलता का परचम लहराया जब उन्हे ट्री-सीरीज मे न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के लिये चुना गया था . जिसमे सचिन तेंदुलकर अपनी चोट के कारण नही खेल पाए तब अजरुद्दीन ने बासठ तथा युवराज ने चौसठ गेंदों तथा इन्होंने अपनी उनसत्तर गेंदों से पहली बार शतक बनाई. इसी के साथ यह तीसरी ओडीआई में पहली सबसे तेज शतक थी. उन्होंने 2003 मे क्रिकेट वर्ल्ड कप खेला जिसमे इन्होंने दो सौ निन्यानवें रन बनाये जिसका औसत सत्ताविस रन का था. उसके बाद लगातार उन्होंने क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया. 2010 में उन्होंने हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ 60 गेंदों पर शतक बनाया था। टेस्ट क्रिकेट में पहले विकेट के लिये सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड भी सहवाग के ही नाम है। 2011 में इंदौर में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेल कर अबतक के सारे रिकार्ड तोड़ दिये. इस मैच में सहवाग ने एक सौ उनपचास गेंदों में दो सौ उन्नीस रन बनाये तथा ओडीआई क्रिकेट मे आठ हजार रन का रिकार्ड पार किया.
यहाँ वह इंडियन टीम के लिये मजबूत खिलाडी साबित हुए. वीरेंदर सहवाग के उच्च प्रदर्शन के लिए उन्हें “विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड”, अर्जुन पुरस्कार” और ईएसपीएन क्रिकीन्फो अवार्ड” से सम्मानित किया गया.
महेंद्र सिंह धोनी
महेंद्र सिंह धोनी जिन्हें अधिकतर एम.एस. धोनी के नाम से भी जाना जाता है. यह एक ऐसा नाम है जिसे किसी भी परिचय की आवश्यकता नही है. महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट जगत के बहुचर्चित खिलाडियों में से एक है. उन्होंने भारतीय क्रिकेट में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है और देश का नाम हमेशा गर्व से बढ़ाया है. एम.एस. धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड, रांची में हुआ था.
उन्होंने अपनी पढाई के दौरान ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था लेकिन भारतीय टीम में जगह बनाने में उन्हें संगर्ष करना पड़ा. उन्होंने18 वर्ष की उम्र में 1999-2000 में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी की शुरुआत की। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में असम क्रिकेट टीम के खिलाफ दूसरी पारी में 68 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। 2004 में, उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच में डेब्यू किया और अपना पहला टेस्ट एक साल बाद श्रीलंका के खिलाफ खेला। धोनी भारत के पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच का हिस्सा थे. 2007 से 4 जनवरी 2017 तक, वह भारतीय क्रिक्रेट टीम में कप्तानी निभाई और 2008 से 28 दिसंबर 2014 तक टेस्ट क्रिक्रेट टीम में कप्तान रहे। भारत की ओर खेलते हुए 90 टेस्ट मैचों में 38.09 की औसत से 4,876 रन बनाए। जिसमें उन्होंने 6 शतक और 33 अर्धशतक लगाए। टेस्ट मैचों में धोनी ने 256 कैच पकड़े और 38 स्टंपिंग की।
धोनी ने 348 वनडे मैचों में 50.58 की औसत से 10,723 रन बनाए। जिसमें 10 शतक और 72 शामिल है। वनडे मैचों में धोनी ने 317 कैच पकड़े और 122 स्टंपिंग की है। 98 टी20 इंटरनेशनल मैचों में धोनी ने 37.60 की औसत से 1,617 रन बनाए। जिसमें 2 अर्धशतक शामिल है। वन डे मैच में उन्हें अपने शानदार प्रदर्शन के लिए 6 मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार और 20 मैन ऑफ द मैच पुरस्कार मिले हैं। उन्हें अपने पूरे करियर में टेस्ट में 2 मैन ऑफ द मैच पुरस्कार भी मिले हैं। 2007 में, उन्हें भारत सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड से भी सम्मानित किया। 2009 में, उन्हें भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से भी नवाजा गया था। 2 अप्रैल 2018 को, उन्हें देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।
विराट कोहली
विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम में दिग्गज और लोकप्रिय खिलाडी है, जिन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सबके दिलो पर राज़ कर रखा है. वह दुनिया के सबसे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है. उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का बेक बोन भी कहा जाता है क्योकि वह दायें हाथ से खेलते है. उनका जन्म 5 नवम्बर 1988 को दिल्ली में हुआ था. 9 साल की उम्र में उन्हें क्रिकेट का अभ्यास करने के लिए क्रिकेट क्लब में दाखिल करवा दिया. 2002 में, विराट ने अंडर-15 प्रतियोगिता में खेला. इसके बाद 2006 में, उन्हें अंडर 17 में खेलने का मौका मिला. 2008 में, उन्हें अंडर 19 के लिए चुना गया. महज 19 साल की उम्र में उन्होंने ओ.डी.आई. में पर्दापण किया. 2011 में, उन्हें विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया, उसमे भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. उसके बाद, विराट कोहली ने क्रिकेट जगत में कई कृतिमान स्थापित किये. 2012 में, उन्हें ओडीआई टीम के उप-कप्तान के रूप में नियुक्त किया गया था और 2014 में महेंद्र सिंह धोनी की टेस्ट सेवानिवृत्ति के बाद विराट को टेस्ट कप्तानी सौंपी गई थी।
उन्होंने ओडीआई में दस हज़ार रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया. साथ ही, ओडीआई में शतक सहित कई भारतीय बल्लेबाजी रिकॉर्ड भी उनके नाम हैं. उनकी ओडीआई में दूसरी सबसे ज्यादा शतक और दुनिया में रन-चेस में शतक की सबसे ज्यादा संख्या है। 2018 में, वह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैच जीतने वाले पहले एशियाई कप्तान बने। क्रिकेट जगत में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए विराट कोहली को कई पुरुस्कारों जैसे पीपुल चॉइस अवार्ड, अर्जुन अवार्ड, पद्मश्री अवार्ड, सर गर्फिएल्ड सोबर्स ट्राफी और आईसीसी ओडीआई प्लयेर ऑफ दी इयर अवार्ड से नवाज़ा गया. 2018 में, टाइम पत्रिका ने विराट कोहली को दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक नाम दिया। उसी वर्ष, उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
रोहित शर्मा
रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट टीम में जाना-पहचाना नाम है जिसे किसी भी प्रकार के परिचय की आवश्यकता नही है. उनका पूरा नाम रोहित गुरुनाथ शर्मा है. उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से क्रिकेट की दुनिया में खुद को स्थापित किया है. रोहित शर्मा का जन्म 30 अप्रैल 1987 को नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ था. रोहित को बचपन से ही क्रिकेट में दिलचस्पी होने के कारण उन्हें क्रिकेट क्लब में अभ्यास के लिए भेज दिया. उन्होंने स्कूल के मैच में जब शतक जड़ा तव उन्होंने कई कोचों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें देवधर ट्राफी में सेंट्रल जोन के खिलाफ पश्चिमी क्षेत्र के लिए चुना गया. 2006 में, रोहित शर्मा को न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले मैच के लिए चुना गया.
2014 में, उन्हें मुंबई रणजी टीम का कप्तान बना दिया गया. घरेलु क्रिकेट में चयनकर्ताओ द्वारा उन्हे आयरलैंड के खिलाफ होने वाले मैच में चुना गया. 13 नवम्बर 2014 को, उन्होंने श्रीलंकाई टीम के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए 264 रनों की पारी खेलकर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक मैच में सबसे ज्यादा रन बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। रोहित शर्मा क्रिकेट इतिहास में पहले ऐसे बल्लेबाज है जिन्होंने वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक, ट्वेन्टी-20 अंतरराष्ट्रीय में तीन शतक है।
साथ ही वह दिवसीय क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी है। क्रिकेट की दुनिया में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार, प्लेयर ऑफ़ द सीरीज पुरस्कार, मैन ऑफ़ द पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ खिलाडी पुरस्कार से सम्मानित किया गया.